शब्द महके तो लगाव और बहके तो घाव

Hello and Good Afternoon to You All... 🙏 🙏
आशा करता हूं कि आप सभी लोग Lockdown के समय घर में रहकर आज्ञा का पालन कर रहे होंगे और स्वस्थ जीवन के साथ जी रहे होंगे... //
आज मैं आप सभी के जीवन से जुड़े शब्दों के बारे में बताता हूं...,,
आप सभी के जीवन में एक शब्द के दो रंग देखने और सुनने को जरूर मिलेंगे और आप सभी के जीवन में ऐसे शब्दों का साथ होता भी है..... 

कहावत जैसे कि आपने पोस्ट पर देख लिया है कि "शब्द महके तो लगाव और बहके तो घाव" यानी कि फूलों की खुशबु(महक) से अपने जीवन को लगाव लगाना। लेकिन फूलो की खुशबु जब तक है, तभी तक आपका लगाव रहेगा उसके बाद आपको गंध महकने से घाव देगा...//
आपके जीवन में एक इंसान जो आपसे अच्छी बात करता है, आपकी तारीफ करता है या आपको पसंद आने वाले शब्दों से आपको अपनी तरफ आकर्षित करता है, तो आपको बिना कुछ सोचे समझे उसकी बातों से लगाव होने लगता है, और जब जीवन में उसके साथ आगे बढ़ने लगते है या वक़्त के साथ आपको पता चलता है कि जो उसने कहा वो सिर्फ हमे अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए, अपनी अच्छी बातों से महका कर छोड़ देता है। जिसका मतलब है कि हम बिना कुछ सोचे-समझे या उसको परखे बिना, उसके बहकावे में आकर शिकार हो गए और हम अफ़सोस करने लगते है कि जिसने मुझे अपने मीठे शब्दों से अपनी और आकर्षित किया, वो केवल उसने किया और हम बिना सोचे-समझे उसकी बातों को सुन-सुनकर बहक गए। दूसरा व्यक्ती वो जो अपने शब्दों को स्पष्टता के साथ ब्यान करता है लेकिन उसकी स्पष्टता से कोई लगाव नहीं रखता। क्यों... क्योंकि उसकी इतनी स्पष्ट शब्दों को सुनने के लिए समय नहीं निकलता, जो शब्दों को महका के सुनाए वो सही लगेगा। महके शब्दों का लगाव तब अच्छा होता है जब हम व्यस्त होने के साथ परेशान हो। और एक बात मैं जरूर कहूँगा कि आज की दुनिया में स्पष्ट शब्दों को ब्यान करने वाले व्यक्ति को पकाऊ कहते है जैसे कि मैं... 😉😉😉😅😅
दूसरा पहलू ये है कि..... आज की दुनिया में कोई एक व्यक्ती ऐसा जरूर मिलता है जो आपके साथ-साथ अपने सामने वाले व्यक्ती से भी मीठे शब्दों का प्रयोग करके काम करवाता या निकलवाता है और जब आप काम को पूर्ण करने के बाद आराम फरमाते है तो हमे इस बात का बड़ा अफ़सोस होता है कि किस तरह हम उसकी बातों में आकर या बहक कर, अपने ही जीवन में घाव जैसी स्थिति पैदा कर ली।
बई उसने तो आपको अपने शब्दों को फूलों की खुशबु की तरह महका दिया और आप उन खूबसूरत शब्दों को सूंघकर बहक गए।
यह हमे खुद तय करना होता है कि हमे अपने जीवन को किस तरह से जीना है... किसी की महक या मीठे शब्दों में आकर बहकना है या उसके महके शब्दों को अच्छी तरह से सूंघकर, सोच समझकर उसके साथ लगाव रखना... // 
किसी भी व्यक्ति की खूबसूरत या मीठे शब्दों को सुनकर, बिना सोचे-समझे, एक बार में उसके बहकावे में ना आए...।।
पहले आप उसको समझो, उसके शब्दों के साथ जीवन के बारे में सोचो, अपने अंदर की रूह तक विचार करो, उसको देखो फिर उसके शब्दों पर ध्यान दे... कि क्या यह व्यक्ती सच में मेरे साथ बात कर रहा है या किसी काम के कारण है। वर्ना ऐसे ही बिना सोचे-समझे बहकावे में आ जाएंगे, और उस व्यक्ती से हमेशा दूर रहिए जो सिर्फ आपको और लोगों के लिए, अपनी खूबसूरत शब्दों से सिर्फ बहकाता हो।
अगर आपको मीठे शब्दों के साथ सिर्फ आपसे काम निकलवाना ही जानता हो तो समझिए कि आपका जीवन सिर्फ़ और सिर्फ़ जरा सी सुगंध से बहका हुआ है।
उदहारण के लिए अगर मैं किसी व्यक्ती से बात करता हूं तो पहले उसके शब्दों के साथ उसके जीवन को देखता और परखता हूं और अगर उसके शब्द जीवन से अलग है तो बहकावे वाले शब्दों का प्रयोग कर रहा है और अगर जीवन से जुड़े शब्द है तो लगाव है।
दूसरा उदहारण किसी ने मुझसे इस विषय की जानकारी सबको देने को कहा और आज मैं खाली समय में ये जानकारी आप लोगों के लिए लेख  कर रहा हूं, अगर मुझे शब्दों को महकाना होता तो मैं उनको ही समझाकर जीवन के लिए आगे बहका भी सकता था, लेकिन यहा समझना चाहिए कि सब के लिए कहा है खुद के लिए नहीं। 
बस महकते व बहकते शब्दों के लिए इतना ही ... // 
किसी के जीवन के साथ जुड़ने के लिए फिर कभी Free Time में लेख करूंगा... 🙏 🙏

📝📝 Poet of Love ✍️ ✍️ ✍️..... 🙏 🙏 जय हिंद जय भारत 🙏 🙏 🇮🇳 🇮🇳 वंदे मातरम् 🇮🇳 🇮🇳 सत्यमेव जयते 🇮🇳 🇮🇳


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